यह Blog/Webpage संपूर्ण रूप से जगतगुरु श्री नीम करौली बाबा जी महाराज के श्रीचरणों में समर्पित है. यह उन्हीं की कृपा और आशीर्वाद का परिणाम है—हम तो केवल एक माध्यम भर हैं, संपूर्ण कर्ता-धर्ता तो वही हैं. उनकी दिव्य उपस्थिति, प्रेम, करुणा और अलौकिक चमत्कारों की महिमा का वर्णन करना केवल शब्दों से संभव नहीं है, क्योंकि वे स्वयं अनंत ब्रह्मांडीय शक्ति का अवतार हैं.
हमारा उद्देश्य इस Blog के माध्यम से बाबा नीब करौरी महाराज के दिव्य संदेश, उनकी अपार कृपा और सनातन धर्म की महिमा को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाना है, जिससे हर कोई उनके आशीर्वाद से आलोकित होकर आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर हो सके. बाबा जी के उपदेश केवल शब्द नहीं हैं, वे जीवन को बदलने वाले दिव्य सूत्र हैं, उनके प्रेम और भक्ति की अनुग्रह दृष्टि जिसने भी पाई, वह जीवनभर उनके चरणों में लीन हो गया.
नीम करौली बाबा जी—एक दिव्य अवतार
श्री नीम करौली बाबा जी केवल एक संत नहीं थे, वे स्वयं भगवान के दिव्य अवतार थे. उनके भक्त उन्हें हनुमान जी का स्वरूप मानते हैं. उनका जीवन चमत्कारों, करुणा, प्रेम और भक्ति से परिपूर्ण था. उन्होंने बिना किसी प्रचार के लाखों भक्तों के जीवन को प्रभावित किया. दुनिया के कोने-कोने से लोग उनकी शरण में आते हैं और उनके आशीर्वाद से उनका जीवन पूर्णतः परिवर्तित हो जाता है. बाबा जी ने अपने भक्तों को न केवल भौतिक समस्याओं से उबारा, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक उन्नति की राह पर भी अग्रसर किया है.
उनका प्रेम केवल मानवों तक ही सीमित नहीं था, वे समस्त सृष्टि से प्रेम करते थे. उनकी कृपा दृष्टि जितनी किसी धनी व्यक्ति पर पड़ती, उतनी ही किसी निर्धन या सामान्य व्यक्ति पर भी पड़ती है. उनके लिए सभी समान थे/हैं ( मेरा मानना है कि – हैं ) , क्योंकि वे समदर्शी थे. वे केवल प्रेम और भक्ति के स्वरूप थे.
बाबा जी की कृपा और चमत्कार
नीम करौली बाबा जी की कृपा और चमत्कारों की असंख्य कथाएँ हैं. जब भी किसी भक्त ने सच्चे मन से उन्हें पुकारा, उन्होंने सहायता प्रदान की. चाहे वह कोई आर्थिक संकट हो, स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या हो, आध्यात्मिक उन्नति की इच्छा हो या फिर भक्ति की गहराई में जाने की तड़प—बाबा जी की कृपा सभी को प्राप्त होती रही.
उनके चमत्कारों में से एक प्रसिद्ध कथा है कि एक बार एक ट्रेन उनके गाँव से बिना रुके जा रही थी, और बाबा जी को वहाँ उतरना था. अचानक ट्रेन बिना किसी कारण रुक गई और जब तक बाबा जी उतर नहीं गए, वह आगे नहीं बढ़ी। रेलवे अधिकारियों ने जब यह देखा, तो वे हैरान रह गए और उन्होंने बाबा जी को प्रणाम किया.
इसी प्रकार, कई भक्तों ने अनुभव किया कि जब वे किसी भी संकट में होते थे, तो बाबा जी किसी न किसी रूप में सहायता के लिए प्रकट हो जाते थे। बाबा जी ने हमेशा प्रेम और भक्ति को सर्वोच्च माना और अपने भक्तों को सिखाया कि “सबसे बड़ा धर्म प्रेम और सेवा है.”
सनातन धर्म और हिंदुत्व की महिमा
बाबा नीम करौली जी का जीवन सनातन धर्म के वास्तविक स्वरूप को प्रकट करता है. उन्होंने कभी किसी को धर्म के नाम पर विभाजित नहीं किया, बल्कि उन्होंने प्रेम, करुणा और भक्ति को ही परम सत्य बताया. वे मानते थे कि हिंदुत्व केवल एक धर्म नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है—एक ऐसा मार्ग जो मनुष्य को ईश्वर से जोड़ता है.
उनकी शिक्षाएँ हमें यह सिखाती हैं कि आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्व प्रेम, भक्ति और सेवा है. उन्होंने भगवद् गीता के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाया और दूसरों को भी इन्हीं सिद्धांतों का पालन करने की प्रेरणा दी. बाबा जी का मानना था कि “राम नाम” ही सबसे बड़ी शक्ति है और जो इस नाम को सच्चे हृदय से जपता है, वह सभी दुखों और कष्टों से मुक्त हो जाता है.
महाराज जी का संदेश और भक्ति का मार्ग
बाबा जी का प्रमुख संदेश था कि “प्रेम ही परम धर्म है।” वे हमेशा अपने भक्तों को सिखाते थे कि अहंकार, ईर्ष्या और लोभ को त्यागकर प्रेम और भक्ति के मार्ग पर चलना चाहिए. उन्होंने अपने भक्तों को सिखाया कि सच्ची भक्ति का अर्थ केवल मंदिर में पूजा करना नहीं है, बल्कि प्रत्येक जीव में भगवान को देखना और सभी की सेवा करना ही वास्तविक भक्ति है.
उनका संदेश हमें यह सिखाता है कि “ईश्वर केवल मंदिरों में नहीं, बल्कि हर जीव में बसते हैं.” यदि हम सच्चे भक्त हैं, तो हमें सभी प्राणियों से प्रेम करना चाहिए और बिना किसी भेदभाव के उनकी सेवा करनी चाहिए. बाबा जी ने हमें सिखाया कि हम चाहे किसी भी परिस्थिति में हों, यदि हम सच्चे हृदय से भगवान का नाम स्मरण करते हैं, तो हमें कभी कोई कष्ट नहीं होगा।
बाबा जी के भक्तों का अनुभव
बाबा जी के भक्तों के अनुभव बताते हैं कि वे आज भी जीवित हैं और अपने भक्तों की सहायता कर रहे हैं. भले ही उनका शरीर इस पृथ्वी पर नहीं है, लेकिन उनकी कृपा आज भी उनके भक्तों के जीवन में चमत्कार कर रही है.
कई भक्तों ने अनुभव किया है कि जब वे किसी कठिनाई में होते हैं, तो उन्हें अचानक कोई समाधान मिल जाता है , जैसे कि बाबा जी स्वयं उनकी सहायता कर रहे हों. उनके दर्शन पाकर अनगिनत लोगों ने अपने जीवन में शांति, प्रेम और भक्ति का मार्ग अपनाया.
इस ब्लॉग का उद्देश्य
इस ब्लॉग के माध्यम से हमारा प्रयास है कि बाबा जी की कृपा, उनके चमत्कार, उनके उपदेश और उनकी भक्ति की महिमा को जन-जन तक पहुँचाया जाए. हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग बाबा जी की शिक्षाओं से लाभान्वित हों और उनके चरणों में श्रद्धा अर्पित करें.
इस ब्लॉग के माध्यम से हम बाबा जी की अद्भुत कथाएँ, उनके भक्तों के अनुभव, उनके चमत्कारों की घटनाएँ और उनके दिव्य संदेश को साझा करेंगे, ताकि सभी लोग उनके आशीर्वाद से आलोकित हो सकें.
आइए, उनके चरणों में समर्पित हों
यदि आप बाबा जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो बस प्रेम और भक्ति के मार्ग पर चलें. उनकी शिक्षाएँ केवल पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि जीवन में उतारने के लिए हैं. यदि हम अपने हृदय में प्रेम, सेवा और भक्ति को स्थान दें, तो बाबा जी की कृपा हमें अवश्य प्राप्त होगी.
बाबा जी ने कहा था, “राम का नाम लो, सब कष्ट दूर हो जाएँगे.” तो आइए, हम सब मिलकर उनके चरणों में श्रद्धा अर्पित करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को प्रकाशित करें.
जय गुरुदेव! जय श्री नीम करौली बाबा जी महाराज! 🚩🙏